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CWC 2011 Win Dhoni Gambhir: भारत ने आज के ही दिन साल 2011 में अपने दूसरे वनडे वर्ल्डकप पर कब्जा जमाया था। आज के दिन तमाम फैन्स भारत की शानदार जीत को याद कर रहे हैं। इस मौके पर महेंद्र सिंह धोनी की कुछ बातें भी सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। यह बातें धोनी ने फाइनल मैच के बाद पोस्ट मैच प्रजेंटेशन सेरेमनी के दौरान कही थीं। इस दौरान कमेंटेटर रवि शास्त्री धोनी से मैच में आए उतार-चढ़ाव को लेकर सवाल पूछ रहे थे। इस दौरान धोनी ने विराट कोहली और गौतम गंभीर को लेकर भी चर्चा की थी।
धोनी की स्पेशल फोटो के साथ साक्षी ने 2011 विश्वकप की जीत को किया याद
रवि शास्त्री ने पूछा था यह सवाल
मैच के बाद रवि शास्त्री कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने धोनी से पूछा कि फाइनल मुकाबले में 275 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 31 पर दो विकेट गिर गए थे। उस वक्त आपके दिमाग में क्या चल रहा था? क्या यह मुश्किल होने जा रहा था? इसके जवाब में धोनी कहते हैं कि हां, बिल्कुल। अगर यह विकेट वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के हों तो परेशान होना लाजिमी है। उन्होंने कहा कि भारत में तमाम लोगों के मन में आया होगा कि यहां से लक्ष्य हासिल हो पाएगा या नहीं।
विकेट गिरने पर होती मुश्किल
इसके बाद धोनी ने विराट और गंभीर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों ने बहुत ही समझदारी से बल्लेबाजी की। इन दोनों ने सिंगल-डबल के जरिए स्कोरबोर्ड चलाए रखा और उनके तेज गेंदबाजों को विकेट नहीं लेने दिया। धोनी ने कहा कि अगर उस वक्त एक भी विकेट और गिर जाता तो फिर दबाव बढ़ जाता। दोनों की अच्छी बल्लेबाजी के बाद मैदान पर ओस भी आ गई थी, जिससे हम श्रीलंकाई स्पिनर्स पर दबाव बनाने में कामयाब रहे।
चाहते थे गंभीर का बने शतक
रवि शास्त्री ने धोनी से गंभीर की पारी को लेकर सवाल पूछा तो धोनी ने कहा कि मैं यहां पर उन्हें शतक बनाते हुए देखना चाहता था। हालांकि वह ऐसा नहीं कर सके और इसके लिए मुझे भी मलाल है। धोनी ने कहा कि विश्वकप फाइनल में शतक बनाना अपने आप में बेहद खास होता है। एमएसडी ने गंभीर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बेहद समझदारी से बल्लेबाजी की। यही उनका रोल था और उन्होंने अपना रोल बखूबी निभाया। उन्होंने आगे कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि वह हमें मुकाबले में बेहद करीब लेकर गए।
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