[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
World Parkinson’s Day 2024: दुनियाभर में हर साल 11 अप्रैल को वर्ल्ड पार्किंसंस डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है। बावजूद इसके आज भी लाखों ऐसे लोग हैं,जो इस बीमारी का नाम तक नहीं जानते होंगे। दरअसल, पार्किंसंस रोग को लोग बुजुर्गों को होने वाली वाली समझते हैं, लेकिन बता दें, यह बीमारी युवाओं को भी हो सकती है।
क्या होता है पार्किंसंस रोग-
पार्किंसंस एक ब्रेन डिसऑर्डर है, जिसमें लोगों के शरीर में अनचाहे मूवमेंट्स होने लगते हैं। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को चलने फिरने में परेशानी होती है, जिससे उनके शरीर का बैलेंस बिगड़ने लगता है। पीड़ित व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से सही तरीके से बात तक नहीं कर पाता है। ऐसे लोगों को मेमोरी लॉस और डिप्रेशन की समस्या भी हो जाती है। आसान शब्दों में समझे तो पार्किंसंस सेंट्रल नर्वस सिस्टम की एक प्रोग्रेसिव डिजीज है, जिसकी वजह से दिमाग के कुछ एरिया की सेल्स डैमेज होना शुरू हो जाते हैं, जो डोपामाइन नामक हॉर्मोन बनाती हैं।
विश्व पार्किंसंस दिवस का इतिहास-
11 अप्रैल 1755 को डॉ। जेम्स पार्किंसन का जन्म हुआ था। इन्होंने 1817 में न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार के पहले मामले की खोज की थी। उनके इस योगदान के सम्मान के लिए 1997 से हर साल 11 अप्रैल को विश्व पार्किंसंस दिवस मनाया जाता है।
विश्व पार्किंसंस दिवस का महत्व-
विश्व पार्किंसंस दिवस को मनाने के पीछे का उद्धेश्य न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार पार्किंसंस के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना है। यह लोगों को बीमारी के आर्थिक,सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव के बारे में शिक्षित करता है।
विश्व पार्किंसंस दिवस की थीम-
हर साल विश्व पार्किंसंस दिवस को मनाने के लिए एक खास थीम रखी जाती है। लेकिन इस बार विश्व पार्किंसंस दिवस की थीम क्या होगी, इसकी घोषणा अब तक नहीं की गई है।
[ad_2]
Source link
Copyright By @Inshort24 - 2024
BACK TO TOP